Book Title: Yatindravihar Digdarshan Part 01
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Saudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
View full book text
________________ ( 84 ) 58 गोमटा-- ___ यहाँ स्थानकवासी जैनों के 10 घर, और एक दो मंजिला छोटा थानक है / इस के अलावा एक महादेव की छोटी धर्मशाला है। यहाँ के जैन वैष्णवों से भी गये गुजरे हैं, इनके यहाँ मन्दिर मार्गी साधु साध्वियों को न आहार मिलता है और न गर्म पानी / इनसे यहाँ के वैष्णव लोग भक्ति करनेवाले और धर्मप्रेमी हैं। 56 गोंडल काठियावाड के हालार विभाग में यह देशी राज्य की राजधानी है जो जाडेजा राजपूत नरेश के ताबे में है और यह राज्य काठियावाड के प्रथम दर्जे के राज्यों में से एक है / यहाँ से राजकोट, जेतपुर, जूनागढ, धोराजी और उपलेटा को पक्की सडक गई है। यहाँ छोटे बडे 40 स्कूल, रेल्वे स्टेशन, अस्पताल और कई नामी दवाखाने हैं। इसके चारों ओर पक्की सडक और मजबूत किला बना हुआ है / यह बडा गुलजार शहर है, जो पथरीली नदी के किनारे बसा हुआ है / यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 60 घर, स्थानकवासी जैनों के 400 घर, एक उपासरा, छोटी धर्मशाला और एक जिनमन्दिर है / मन्दिर में श्री चन्द्रप्रभ भगवान् की सुन्दर मूर्ति स्थापित है। इसके सिवाय जैन पाठशाला, पुस्तकालय और लायब्रेरी भी है और जैनेतरों के यहाँ कई मन्दिर तथा धर्मशालाएँ हैं।