Book Title: Yatindravihar Digdarshan Part 01
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Saudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
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________________ (107) यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 20 घर, एक छोटा उपासरा और एक जिन-मन्दिर है जिसमें श्रीऋषभदेव भगवान की प्राचीन मूर्ति स्थापित है। 14 ऊमरी-- यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 6 घर, एक उपासरा और एक जिन-मन्दिर है जिसमें भगवान् श्रीशान्तिनाथस्वामी की मूर्ति प्रतिष्ठित है / यहाँ के जैन धार्मिक भावना से रहित और साधुभक्ति से शून्य हैं। 95 नागर-मोरिया-- इस छोटे गाँव में श्वेताम्बर जैनों के 25 घर, एक उपासरा और एक जिन-मन्दिर है / मन्दिर में भगवान् श्रीअजितनाथस्वामी की भव्य मूर्ति स्थापित है। यहाँ के जैन धर्मपिपासु, श्रद्धावान् और साधु-सेवा करनेवाले हैं। 66 दाँता भवानगढ़ यह छोटा कसबा और राजस्थान है जो पहाड़ियों के मध्य में बसा हुआ है। इसके चारों ओर पहाड़ी प्रदेश और सघन जंगल हैं / जंगल में वाघ, चीता, भालु आदि जानवरों का हरवक्त भय रहता है / पहाड़ियों के ऊपरी भाग से कसबे तक भग्नावशेष जूना कोट नजर पडता है / यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 12 घर, एक उपासरा और प्राचीन जिन-मन्दिर है / मन्दिर में ऋषभदेव भगवान् की मूर्ति बिराजमान है / यहाँ मन्दिर की पूजा और सफाई का कोई प्रबंध नहीं है और मन्दिर का उद्धार