Book Title: Yatindravihar Digdarshan Part 01
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Saudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
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________________ ( 198) हजार रुपयों का फंड साहूकारों में जमा है / इसके व्याज से इसका खर्चा चलता है। 155 बूड़तरा___ यह छोटा गाँव है जो सूखडी नदी के वांये किनारे पर बसा हुआ है / इसमें जैनों के 10 घर हैं, जो विवेकी और भक्तिशाली है / यहाँ एक छोटा उपासरा है और गाँव छोटा होने के बजह से जिनमंदिर नहीं है। 156 थाँवरा सूखडी नदी के दहिने किनारे पर जालोर हकुमत के नीचे जोधपुर रियासत का यह कसबा है / यहाँ जैनों के 40 घर, एक धर्मशाला और एक शिखरबद्ध जिनालय है / जिसमें प्राचीन एक खंडित मूर्ति श्री शान्तिनाथजी की स्थापित है / आहोर-पही की पंचायत के अडतालीसी का यह सदर स्थान है / अडतालीस गाँवों के पंच महाजन यहाँ एकत्रित हो करके जातीय पंचायत करते हैं। यहाँ के जैन विवकशून्य और नाममात्र के जैन हैं। 157 भेंसवाडा-- जालोर परगने के इस गाँव में ओसवालों के 20 और पोरवाड़ों के 52 घर हैं, जो सभी सनातन-त्रिस्तुतिक संप्रदाय के हैं / यहाँ एक दो मंजिला उपासरा, एक छोटी दो मंजिली धर्मशाला और जोडा जोड दो सौधशिखरी जिन-मन्दिर हैं। प्रथम-मन्दिर म मूलनायक श्रीपार्श्वनाथ की और दूसरे में श्रीशान्तिनाथजी की भव्य मूर्ति विराजमान हैं।