Book Title: Yatindravihar Digdarshan Part 01
Author(s): Yatindravijay
Publisher: Saudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
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________________ (73) तरों की छोटी धर्मशाला है जो उतरने लायक है। यहाँ के जैन श्रद्धालु, भावुक और धर्मजिज्ञासु हैं। 47 गारियाधार_____ पालीताणा रियासत का यह एक छोटा कसबा है / यहाँ श्वेताम्बरजैनों के 45 घर, एक उपासरा, एक धर्मशाला और एक शिखरबद्ध मनोहर जिनमन्दिर है जिसमें मूलनायक भगवान् श्रीशान्तिनाथस्वामी की भव्य मूर्ति बिराजमान है / 48 मोटालीलिया यहाँ स्थानकवासीजैनों के 20 घर और एक स्थानक है। इस के सिवाय वैष्णवों की एक छोटी धर्मशाला है, जो मुकाम करने लायक है / यहाँ के जैन नाममात्र के ही जैन हैं, साधु साध्वियों के लिये यहाँ आहार-पानी मिलने की पूरी कठिनाई पड़ती है। 46 अमरेली___बडोदा रियासत का यह एक छोटा कसबा है जिसमें चारों ओर पक्की-सड़कें बनी हुई हैं और उन पर ग्यास की रोशनी लगी हुई है / यहाँ पोष्ट ओफिस, रेल्वे स्टेशन अस्पताल और स्कूल भी हैं / इसके अलावा खेलकूद-स्कूल, हिन्दूवनिताश्रम, और अनाथालय देखने लायक हैं। यह एक छोटी नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 50 घर, स्थानकवासीजैनों के 100 घर, दो उपासरा, दो धर्मशाला और दो सुन्दर जैन