Book Title: Vijyanandsuri Swargarohan Shatabdi Granth
Author(s): Navinchandra Vijaymuni, Ramanlal C Shah, Shripal Jain
Publisher: Vijayanand Suri Sahitya Prakashan Foundation Pavagadh
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श्रीमद् विजयानंद सूरि महाराज की
जन्म कुंडली
- पंडित जानकी प्रसाद, चामुंडेरी (राजस्थान) संसार के प्रत्येक महापुरुष की जन्म कुंडली में कुछ न कुछ विशेषताएं अवश्य रहती हैं। प्रसिद्धि, धन, वैभव और सत्ता आदि तो साधारणत: प्रत्येक मनुष्य प्राप्त कर सकता है। परंतु ऐसे व्यक्ति विरले ही होते हैं जो धन, सत्ता और वैभव आदि को तजकर विरक्त भाव से निस्पृह होकर आत्मा के अखंड आनंद में प्रवेश करते हैं।
__ मनुष्य का वास्तविक मूल्यांकन उसके नश्वर शरीर की उपस्थिति में नहीं हो सकता। शरीर विलय के बाद संसार में उसकी यश-कीर्ति कितनी फैलती है, लोग उसे कितनी श्रद्धा और
बु.शु.सू.
राने
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श. के.
म.बृ.
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श्री विजयानंद सूरि स्वर्गारोहण शताब्दी ग्रंथ
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