Book Title: Vijyanandsuri Swargarohan Shatabdi Granth
Author(s): Navinchandra Vijaymuni, Ramanlal C Shah, Shripal Jain
Publisher: Vijayanand Suri Sahitya Prakashan Foundation Pavagadh
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वर्ष
छात्रवृत्ति
१९६६
२
१९६९ १४
१९७१ २०
१९७३ ८
१९७६ ११
१९७७ १६
१९७८ ९
१९७९
१८
१९८० १७
१९८१ २५
१९८२ २१
१९८३ ३५
१९८५ ५३
१९८६
३१
१९८८ २८
१९८९ १०
१९९३ ५५
४०६
मैट्रिक परीक्षा परिणामों की झलक
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विशेष
पंजाब विश्वविद्यालय में तृतीय, जिले में प्रथम ।
पंजाब विश्वविद्यालय में प्रथम, दूसरा, तीसरा और पांचवां स्थान । जिला में प्रथम एवं प्रान्त में प्रथम इक्कीस में से आठ ।
अम्बाला नगर एवं छावनी में पहला, पांचवां तथा सातवां स्थान । जिला में प्रथम स्थान ।
हरियाणा में चतुर्थ, जिला में प्रथम, द्वितीय एवं छट्ठा स्थान । प्रान्त के छात्रों में द्वितीय ।
प्रान्त के लड़कों में द्वितीय ।
हरियाणा प्रान्त में तृतीय, जिला में प्रथम व द्वितीय । जिला में प्रथम स्थान ।
हरियाणा प्रान्त के लड़कों में तृतीय, जिला में प्रथम ।
प्रान्त में द्वितीय व छट्ठा स्थान ।
हरियाणा प्रान्त में ८१७/९०० अंक लेकर पिछले सभी रिकार्ड
तोड़कर सर्वप्रथम स्थान ।
हरियाणा के लड़कों में द्वितीय ।
अम्बाला नगर व छावनी में प्रथम ।
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छात्रों को सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है समय-समय पर अनेक विद्वानों एवं जैन मुनियों के प्रवचन करवाए जाते हैं । नवकार मंत्र को अर्थ सहित विद्यार्थियों की दैनन्दिनी में छापा जाता है । विद्यालय की प्रार्थना नवकार मंत्र से प्रारंभ
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होती है ।
नगर के लड़कों में प्रथम ।
हरियाणा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान । हरियाणा प्रान्त में प्रथम २० छात्रों में ७ स्थान ।
श्री विजयानंद सूरि स्वर्गारोहण शताब्दी ग्रंथ
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