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श्रान्धः
अन्धसुदर्शक अञ्जनम् अन्य hिah-सं० त्रि. (१) नेत्रहीन, के स्तर को नहीं पीवे) तथा अतिसार, खाँसी,
अंधा ( Biind)। -मो० (२) तिमिर, : हिचकी, वमन और ज्वर इनसे पीड़ित हो, वर्ण अंधकार ( Darkness.) । मे० धद्विक । । बिगड़ जाए, सोते समय नीचे को मुख करके (३) (धम् ) अत्र ग० नि० २०२०।। सोए, स्त्रट्टी खट्टी गंध श्राए, ऐसे बालकको अध (४) जल ( Vitth.' ) । भग्नः । (५) पूनना से पीड़ित कहते है। भात, श्रोदन, भन (Boiled rice:)। चिकित्सा--तिक द्रुम अर्थात् निम्बादि तिक वृ०नि० न० कृ०व०।
रमयुक वृक्षों के पत्र से सिद्ध किए हुए जल से अन्धक: andhukah-सं०पू० तुम्वुक, धनियाँ। स्नान, सुरादि साधित तैल तथा पिप्पली अादि
(मैगली) । (Xanthoxylonala tum)! द्वारा साधित घृत के उपयोग द्वारा उपयुक भा०पू०१आ० ह०व०।।
सम्पूर्ण विकार शमन होते हैं। सु० उ० २७ । अन्यकाकः anttha-lakah-स. पु. (A
पु० (AI ३३ अ०। bird ) काकाकार पक्षी । पानकौड़ि-बं० । अन्धमूषा andha-musha-सं० स्त्री० औषध भेदाजुया-मत्रिका ।
पाकार्थ यन्त्र विशेष । इसे वज्रमूषा भी अन्धकारः andha-kārah-सं० पु. अँधेरा, कहते हैं।
श्रालोकामात्र ( Darkness)। इसके निम्न विधि-दो भाग तिनकों की भस्म, एक भाग पर्यायवाची शब्द हैं, जैसे-ध्वान्तं, तमिस्र, बाँबी की मिट्टी, एक भाग लोह किट्ट, एक भाग तिमिरं, तमः (अ.), भूच्छायं (रा०),अंधतमासं सफ़ेद पत्थर का चूरा और कुछ मनुष्य के बाल प्रांधतामसं, सन्तमम, अवतमसं । गुण- डालें। सब को एकत्र कर बकरी के दूध में भय, दृष्टि, तेज तथा अवरोधकारक और रोग- श्रौटा दो पहर पर्यन्त अच्छी तरह धोटें, पीछे जनक । राज०।
उस मिट्टी का गौ के थन के सदृश गोल और नोट-महाअंधकार को अधतमस, सर्व- लम्बी मूषा बनाएँ । पीछे इसका बकना बनाकर ग्यापी वा चारों ओर के अधिकार को संतमस धूप में सुखा इसमें पारा भर ढकने से ढक दें और थोड़े अंधकार को अवतमस . कहते हैं। और सन्धियों को उसी मिट्टी से बंद करें। यह (२) उदासी । कांतिहीनता |
पारा मारने को बज्रमूषा कहा है। इसी को अध. अन्धकृपः and ha-kupth-सं० पु. (१) भूषा कहते हैं । र० सा० सं० । कश्चिदत्रिः। मोह ( Loss of consciousness or |
| अन्धमूषिका and ha-inushika-सं० श्री. sense) । (२) अधा कुआँ । (A blind |
(१) देवताड़ वृक्ष । (Sce-Devatara)। well)
(२) तृण विशेष । (A grass.) श० च०। अम्धतमस andha-tainasa-हिं० पु. प्रत्य
अन्धरन्ध्रम् andha-jandhram-सं० की. न्त अन्धकार I (Great darkness). .
अन्नपुट छिद्र । ( Foramon ciecunm). अन्धता and hata-सं० स्त्री० (१) पित्तरोग
अन्धला andhala-1 -हिं० वि० अचा, बिना ( Bilialy discase)वै० निघः।
अन्धा and ha- Jआँख का । ( Blind ) (२) अन्धापन । ( Blindness) अन्धपुष्पी andha-pushpi-हिं० संज्ञा स्त्रोक
अन्धस्थानम् andha-sthānam-सं० क्लो. ।
अन्धस्थान and hasthāna-हिं० संज्ञा पुं० । अन्धाहुली, अर्क-पुष्पी, अर्काहुली।
___ अँधेरा स्थान । ( Blind spot). अन्धपूनना andha-putana-सं०खी० बालक अन्धसुदर्शक अञ्जनम् andha-sudarshaka ग्रहपीड़ा विशेष । इसके लक्षण निम्न हैं, यथा- anjanam-सं० क्ली० कृष्ण सर्प १, काले जो बालक स्तन से द्वेष रक्खे (अर्थात् माता
बिच्छ लेकर एक दूधके कलश में २१ दिन पर्यंत
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