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अन्यान्त्रयम्
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अपगत
सकती है । डिजिटेलिस को यह उत्तम सहायक | अपकता apakkaia-हिं० स्त्री० अपक्वता, कञ्चाश्रोषधि है । ( पी. वी. एम.)
पन । (immaturity ). अन्वान्त्रयम् avautrayam-सं० क्लो० अपक्रम pakrama-हिं० संज्ञा० पु.
आँतों में उत्पन्न होने वाले विशूचिका के कीड़े । [सं०] भागना, छूटना । व्यतिक्रम. क्र.रभंग, अथव० । सू० ३१ । ५ । का०२!
अनियम | अन्वोक्षण anvikshana-हि. संज्ञा पसं अपकोता a pakriti--संत्रि० दूर देश से द्रव्य के (१)ध्यान से देखना । गौर : विचार ।
बल से प्राप्त की गई । अथर्व । सू०७ । ११ ।
का००। (२) अनुसंधान । तलाश ।
अपक्क:apakvah--सं०त्रि. अन्वीक्षा auviksha-हिं० संज्ञा स्त्री० [सं०] | अपक्व apakve-f० वि० (Oupe)
(१) ध्यानपूर्वक देखना । (२) खोज, हँढ, बिना पका हुआ, ग्राम, श्रवृत, अपक, कच्चा, तलाश।
प्रसिद्ध । ५० प्र०। (२) ( Uuligested ) अप apa -उप० [सं०] उलटा; विरुद ध, बुरा, विना पचा, अनात्मोकृत । अधिक । यह उपसर्ग जिस शब्द के पहिले प्राता
| अथक्क कढलो apakva-kaltili-सं० स्त्री० है उसके अर्थ में निम्न लिखित विशेषता उत्पन्न !
(Unrip3.plantain)अपक्क रम्भा, कच्ची करता है।
कवली( केला । । जुण केलें-मह० । काँचा कला (1) निषेध । उ०-अपकार । अपमान !
-० । गुण--कच्चा केला मलस्तम्भ करने वाला (२) अपकृष्ट (दूषण)। उ०-अपकर्म ।
अर्थात् काबिज़, तिक, कषेला, स्वादयुक्र तथा अपकीर्ति।
रूस एवं रक्रपित्त और सपानाशक है। प्रमेह, (३) विकृति । उ०-अपकुक्षि । अपांग ।
नेग्ररोग, रक्रातिसार तथा ज्वर नाशक है। चै० (४) विशेषता । उ..-अपकलंक। अप
निघ।
अपकमांसम् a.pakva-mansam--सं० की. अपक apaka-हि. संज्ञा पु[सं० अप्=जल ] / ( Raw-flesh) श्रसिद्ध मांस, कथा मांस । पानी, जल | --डिं।
गुण--कच्चा मांस रक्तदोपकारक और वातादि दोष अपकर्ष apakarsha -हिं०संज्ञा पुं०
जनक है ऐसा मांसविदों का मत है। वै. अपकर्षण apalkarshana jापु०
निघ०। (१)नोचेको खींचना, गिराना, टानना । (२) अपक्क वस्तु apakva-vastu--सं० क्ली० बहिर नायन, शरीर की मध्य रेखा से दूर !
(Raw objects) श्रसिद्ध वा प्रभृत लेजाना | Abduction, Drawing
वस्तु । र०मा० y from the median line ).
Ta apakva-kshiram(३) निराकरण हटाया जाना । ( Repul- (Nonbcilld-milk ) अपक्व दुग्ध, कथा sion ),
दूध । गुण-यह अभिष्यन्दी और भारी होता है। अपकर्षणो apakarshani-सं० स्त्री०(Abd- अपग apaga--अ० कली का चूना, प्रशांत चूर्ण ।
uctor). बहिरनाथमी, शरीर की मध्य रेखा से (Calx, Lime, quick lime ). दूर ले जाने वाली।
ई. मे० मे०। अपक apakka !-हि. वि. कच्चा, अपूर्ण । |
अपगत apagata--हिं० वि० [सं०] (1)दूर अपक apakar )
गया हुआ, दूरीमूत, हटा हुआ, गत । (२) (Raw, unripe, imperfect, imm- पलायित, भागा हुआ, पलटा हुप्रा । (३) ature.)
मृत, नष्ट ।
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