Book Title: Aayurvediya Kosh Part 01
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj

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Page 880
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अक्षिकुण्ड: अक्षिरोगः पाल का पेड़ । पाच्छुक । (Morinda cit. अतिदण्ड akshidanda-हिं० सज्ञा प rifola.) (Axis) अक्ष। अतिकुडः akshi-kundah-सं0 प ० (O अक्षिपञ्चकम् akshi-panchakam-स'0 _bit) अक्षिखात। ___ कला० श्रोत्र, स्वचा, रसना, नेत्र और नासिका। अक्षिकुडीय ukshi-kundiya-स. त्रि० रा०नि० ब०१८। (0. bisal) अक्षिखात सम्बन्धी । | अक्षिपटल akshi patala-हिं० सशा पु.। अक्षिक्टः , rakshi-kuralh,-kah-सं०ए० अक्षिपटलम् akshi-patalam- क्ला (१) Eye ball. ईपिका, नेत्रतारा, अति- आँख का परदा । ख के कोए पर को मिली । गोलक | वा. सू० २ ०। (२) गजादि- नेत्रपटल । पलक । (Eye-lid, A coat पुटक, गजाति गोलक । हे० च0। of the eye-) . अक्षिणितम् akshi-kānitium-स0 क्ली0 अक्षिपदम .ksi-pakshma-स. क्लो. अपांग दृष्टि नेत्र लोम, अक्षिवम, बरौं धी। ( Eyelash, अक्षिकृष्णम् akshi-krishnam-स0 फ्लो० Cilia) सु० शा०३।१४। नेत्र का काला भाग । शतप० । अक्षिपाकात्ययः . akshipakatyalt-स'. अक्षखत akshi.khata-हिं० संज्ञा पु० प' अक्षि कृष्ण गत रोग विशेष । अक्षिगुहा, गुहा, श्राँस्व के रहने के गड्ढे को । लक्षण -जिसकी प्रोखों से गरम पानी गिरने - गुफा । ( Orbits of eyes., orbital से फुन्यो हो पाए । दोनों पटलों में शुक्ल फूला cavity.) प्राप्त हो जाने से ये लाया होते हैं। जिसमें मक्षिगु(गू हा akshigu,-gu,--11-स'हिं० मूंग के समान शुक्ला हो. वह असाध्य है और सक्षा) स्रो० बाँख के गड्ढे । ख के रहने । जो तीतर के पंख के समान (काले रंग का) के गड्ढे की गुफा । ( Orbit of eyes.): हो उसको भी कोई कोई असाध्य कहते हैं। प्र० शा। तीनों दोषो से जिसके नेत्रके काले भाग में चारों प्रक्षिगोलः akshi.golah-स0प नेत्रतारा । ओर से सफेदी का जाती है उस नेत्रपाक को (The ball or globe of t'e eye ) त्रिदोषज अदिपाकास्यय नामक नेत्र रोग धैयों को वै० श० सिं०। त्याग करने योग्य है। मा०नि०। प्रक्षिगोलक akshi golaka अक्षि पीलु: akshi-pillar-सं०१० महागिम्ब । अक्षिगोल akshi-golam (Melia azedarach. ) 0 निधः। -सं0 क्ली जाँख का वेतन । (Ball of the : अक्षिबुदबुदः akshi.budabuda-सं० प.. ___eye-) (Optic vesicle, Bulb of the मक्षिचालनीkshi-clhalani-स'0 स्त्री० eye.) (Oculo-motor. ) अक्षिभेषजम् aks.li-bies!haji m--स0 क्लीo अनिच्छादनम akshiclichhade num- ( श्वेतलोध्र । सफेद लोध । मद०व०१। सक्लो अक्षिपचम, अधिवर्मन I (Eye-la• पट्टिका सेन, पानी लोध्र । रा० नि०व०६। sh, cili) रला०।. | (२)नेत्रीषध, नेत्राशन । अक्षिणी akshini-सस्त्रो0 चक्षु, नेन । अथon ! अक्षिमण्डलम् uksri-mandalam-सं० की. सू० २ । ३३ । का । नेत्रमण्डल । शतप० । अक्षितारा akshi-tara- हिसका स्त्रीo[स] अक्षिरोग: akshi-rogah-सं० पु. नेत्ररोग, . साख की पुतली। i: बहरोग । ( An eye disease.) For Private and Personal Use Only

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