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अमलवेद
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प्रशमन करता, (७) यावगाला की वायु को अम्लस amlas-गन्द्रोक-बं० । गंधक श्रामलालाभकरता और (८) उदरशूल को लाभप्रदान सार । See..gandhaka. करता है, (१) यदि अजवायन खुरासानी को | अम्लसरा amla-sara-सं० स्त्री० नागवल्ली सेंधानमक के साथ सात बार इसके अर्क में तर
भेद, पान । (A sort of betel-leaf) करके सुखा ले तो प्रायः वातज तथा उदरीय
रा०नि०व०६। व्याधियों को लामप्रद है और इसका चरन
अम्लसारः amla-sarah-सं. पु. सम्मिलित करना और भी गुण दायक है, (१०)
अम्लसार ama-sara-हिं० संत्रा पु. ) लवंग, काली मरिच, लवण, अजवायन और
अम्ल वेतस, अमल बेत । ( Rimex vesiअदरक को कूटकर इसमें छिद्रकर भर दें और
carius) रा०नि० व०६ । (२) निम्बुक, सूर्यतापमें रखें । दो चार दिन तक उसे लकड़ी से
नीबू । ( Citrus medicil) रा०नि०व० चलाते रहें। सूख जाने पर इसको चण कर रखें।
"। (३ ) हिन्ताल (Hintāla) रा. इसके सेवन से यह नुधा की वृद्धिकर्ता, श्राहार
नि०व० । (४) चूक, चुक्र । (५) श्रामलासार का पाचनकर्ता और नीहा को लाभ करता है।।
गंधक। म. मु० । बु० मु.।
| अम्लसारं,-कन्amla-saram,-kam-लं... अम्लवेद amlaveda-हिं० पु. अम्लचेत। अम्लसार amla-sāra-हिं. संचा पुं० ) See-amlaveta
काँजी । काजिक । चुक नामक काजिक भेछ । अम्लवेदसः aanla-vedasah-सं० पु. घुक्र। रा०नि० १०५ | See-kanjika. चुक-हिं०,०, २०। Secr-chukra
अम्लस्कंधः amla-skandhah-सं० . अम्लशाकम् amla-shakani-सं० क्ली० (१) अम्लरसाबित द्रव्य समूह अर्थात् अम्बवर्ग की
वृक्षाम्ल, तिन्तिी -हिं० । तेतुल-बं०। रा० श्रोपधियाँ । वे निम्न हैं-(1) आमला, (२) नि० व. ६ 1 -4. (२) चुक्र नामक पत्र इमली, (३) बिजौरा, (४) अम्लवेत, (१) शाक, चका -हिं । अम्ल कुचाइ, कट पालङ्, श्रनार, (६) चाँदी, (७) तक्र, (८) चूका, चुका पाल-बं० ।
(६) पारेवत, (१०) दही, (११) प्राम, संस्कृत पाय-शाकारलं, शुक्राम्लः,
(१२) अम्बाड़ा, (१३) भव्य, (१४) अम्लचूक्रिका, चिञ्चाम्लं, अग्ल चूदः, चिञ्चासारः ।
कैथ और (१५) करौंदा । इनके सिवा कोशाम्र, गुण-अत्यंत खट्टा, वातनाशक, दाह तथा
लकुच, कुबल, झाड़ी बेर, बड़ा बेर, दही का तोड़ कफनाशक है । शर्करा के साथ मिलाकर सेवन
श्रादि द्रव्य अन्य ग्रन्थकारों के मतानुसार अम्लकरने से यह दाह, पित्त, तथा कफनाशक है।
वर्ग की ओषधियों के साथ वर्णित हैं । वा० सू० रा०नि० २०७।।
१० अ० श्लो०२६ । अम्लशाकाख्यम् amla-shākākhyam-सं• अम्ल स्तम्भनिका amla-stambbanika-सं.
क्ली चुक नामक पत्र शाक, चका | थोर चुका स्त्रो० तिन्तिड़ी, अमली, अम्लिका (Tamari
-मह. 1 ( Rumex Acetisella). रा० n dus Indica.) वै० निघः । . नि० २०७।
अम्लहरिद्रा ainla-haridra सं० स्त्री० (१) अम्लष्टर amlashca-सं०स्त्री० चांगेरी | धोती शठी, कचर। (Cureuma zedoaria)
-मह। (Oxalis corniculata). रा०नि० व०६। (२) अम्माहलदी, भाँयाअम्लस amlas-अ० समधरातल, सादा, हमवार, हलदा, पानहरिद्रा। (Curcumaamada).
चिकना, वह वस्तु जिसका धरातल सम तथा अस्ला amā-सं० स्त्री०(१)चांगेरी। आम. चिकण हो । सॉफ़ (Soft)-ई०
रूल-बं०। (Oxalis Corniculata.)
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