Book Title: Vyutpatti Vigyan Aur Aacharya Yask
Author(s): Ramashish Pandey
Publisher: Prabodh Sanskrit Prakashan

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Page 23
________________ निघण्टु व्यवस्थित क्रम से युक्त शब्दों का संग्रह है जिसे कोष की प्रथम पुस्तक भी कह सकते हैं। उपर्युक्त विवेचनों से स्पष्ट है कि प्राचीन भारत में भाषा विज्ञान कई इकाइयों में विभाजित थे । निर्वचन शास्त्र या निरुक्त शास्त्र को भाषा विज्ञान की स्वतंत्र शाखा कहा जा सकता है। संदर्भ संकेत 1. अपिहितस्य अर्थस्य परोक्षवृत्तौ अतिपरोक्षवृत्तौ वा शब्दे निष्कृष्य विगृह्य वचनं निर्वचनम् - नि0 दु0 वृ0 2 11, 2. इग्यणः सम्प्रसारणम् - अष्टा० 114145, 3. अर्थाववोधे निरपेक्षतया पदजातं यत्रोक्तं तन्निरुक्तम् -ऋ०भावभू० (सायण) 4. भाषा वि० - (भो०ना० ति०) 5. Explanation of the Origin and Linguistic changes of a particular word, the derivation of a word; the branch of Philology concerned with the origin and History of words. THE LIVING WEBSTER - (Encyclopedic Dictionaryof the English Language) 6. (क) प्रवृत्तिश्च निवृत्तिश्च नित्येन कृतकेन वा । पुंसां येनोपदिश्येत तच्छास्त्रमिति कथ्यते । । (ख) हला० - पृ06597. The Science that treats the origin and history of words. (Chamber's Dictionary) 8. यक्ष्मणां सर्वेषां विषं विषं निरवोचमहं त्वत् – अथर्व सं0 9 ।13 1129. अथातो निर्वचनम् - दैव0 ब्रा0 - 311, 10. तं गर्भिण्या वाचा मिथुनया प्रजनयति यन्निरुक्तं चान्निरुक्तं तन्मिथुनम् - काठक सं0 – 6 15 एतद्वै देवानां ब्रह्मानिरुक्तं यच्चतुर्होतारस्तदेनं निरुच्यमानं प्रकाशं गमयति- काठक सं0 9116 अनिरुक्तः प्रातस्तवः, प्रजापतिमेव तेनाप्नोति, वियोनिर्वे वाजपेयः प्राजापत्यः, सनिरुक्तसामा, यदनिरुक्तः प्रातस्सवस्तेन सा योनिरथ्यन्तरं साम भवति । मैत्रा0सं0 1111 19 यजुषा हविर्धानं मिनोति, निरुक्ता हि द्यौः, यजुषा सदो निरुक्ताहीयम्, अयजुषाग्नी - ध्रम्, अनिरुक्तमिव ह्यन्तरिक्षम्,अर्धमा ग्नीध्रस्यान्तर्वेदि मिनोति, अर्धं यन्तरिक्षस्यास्मिंल्लोकेऽध् मिमुष्मिन् - मैत्रा0 सं0 3 1819 11. तैत्ति० आ० - 116 14 12. उच्चै र्निरुक्तमभिष्टुयात्प्राणा वै स्तुमो निरुक्तोह्येष :- शांखा० ब्रा08 13 अथ यदुच्चैः सोम्यस्य यजति चन्द्रमावैसोमोऽनिरुक्तोवैचन्द्रमास्तस्यन परस्तात्पर्य ' जेदित्याहुः–शांखा0 ब्रा0 16 15 उच्चैर्निरुक्तमनुब्रूयात् ! एतद् ह वा एवं वाचो १० : व्युत्पत्ति विज्ञान और आचार्य यास्क -

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