Book Title: Karmagrantha Part 1
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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गाथा १८
arrengeधी आदि कषायों को काल मर्यादा
अन्सानुबन्धी आदि कषायों से बन्धने वाली गतियों के नाम अनन्तानुबन्धी आदि कषायों द्वारा होने वाला कार्य
गाथा १६, २०
अनन्तानुबन्धी आदि कषायों से युक्त आत्मपरिणामों के दृष्टान्त २२
गाया २१,
नोकषायमोहनीय के भेदों के नाम और उनके लक्षण
गाया २३
( १४ )
आयुकर्म का लक्षण और उसका कार्य अपवर्तनीय --- अनपवर्तनीय आयु के लक्षण मायुकर्म के भेदों के नाम और उनके लक्षण नामकर्म का लक्षण और उनका कार्य
नामकर्म की उत्तर प्रकृतियों की अपेक्षाभेद से संख्या
गाणा २४, २५
नामकर्म की चौदह प्रकृतियों के नाम नामकर्म की आठ प्रत्येकप्रकृतियों के नाम नामकर्म की चौदह पिंडप्रकृतियों के लक्षण
गांष २६, २७
सदसक की प्रकृतियों के नाम
स्थावरदशक की प्रकृतियों के नाम
गाया २८, २६
regon आदि संज्ञाओं के नाम और उनमें गर्भित प्रकृतियों के नाम
पृष्ठ
८१-८२
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८२-८५
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८६-६३
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