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जीने का उसूल आत्मनिर्भर
किसी गरीब को आत्मनिर्भर बनाना अपनी ओर से मानवता के ऋण से उऋण होना है।
आत्म-पूजा
स्वयं को पुजाना आत्म-प्रवंचना है जबकि स्वयं को पूजना परमपिता परमेश्वर की ही पूजा है।
आत्म-विश्वास
सदा इतना आत्मविश्वास रखिए कि आपके जीवन से 'असम्भव' के 'अ' को हटना पड़े।
आत्मविश्वास
आत्म-विश्वास जीवन की वह शक्ति है, जिससे बाधाओं के हर पर्वत को लाँघा जा सकता है।
आत्म-शद्धि
अपने दोषों से लड़ने की बजाय अच्छाइयों को आत्मसात् करना अधिक श्रेयस्कर है।
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