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जीने का उसूल राज-नीति
राज्य मिलते ही नीति से दूर हो जाना आज की राजनीति है।
राजनीति
राजनीति झूठ की आँच पर साँच की सिकाई है।
राजनीति और दांत
सन्तों द्वारा आध्यात्मिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार हेतु राजनीति के मंच का उपयोग करना तो कोई अर्थ रखता है, किन्तु सत्ता-सुख और प्रतिष्ठा के लिए उसका उपयोग करना सन्तजीवन का दुरुपयोग है।
राम-दुआरा
तू ऐसा भक्त बन कि तुम्हारे लिए हर दरवाजा राम-दुआरा' हो जाए।
राष्ट्र-गौरव
मेरा सौभाग्य है कि मैं उस देश में जन्मा हूँ, जिसने विश्व को प्रेम, शान्ति और अहिंसा का संदेश दिया है।
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