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जीने का उसूल
११५ सफल वृक्ष
आदमी उस वृक्ष की तरह बने, जो छोटा होकर भी फलफूल देता है।
समय-अपेक्षा
अतीत का निरीक्षण करें, वर्तमान की समीक्षा और भविष्य की अगवानी।
समयविद्
समय की कीमत उसके पास है, जिसने हाथ से निकलने से पहले समय का सदुपयोग किया है।
समरसता
परिवार के सभी सदस्य यदि हिल-मिलकर रहें, तो यही समरसता परिवार को स्वर्ग-समान बना सकती है।
समर्पण
लंगर खोलो, हवाएँ स्वयं तुम्हें ले जाएँगी।
समस्या
समस्या को देखकर ही समाधान तलाशने की प्रेरणा जगती है।
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