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प्रश्न- उत्तर
जीवन के उत्तर तब तक नहीं मिलते, जब तक प्रश्न गहराई तक न उतरें ।
प्रसन्नता
अपने घर में प्रसन्नता का ऐसा वृक्ष लगाएँ जिसकी हरियाली की छाया और फलों का स्वाद पड़ौसी के घर तक जाए ।
प्रसन्नता- दुष्टता
दुष्ट मनुष्य की प्रसन्नता दूसरों की उदासी पर पल्लवित होती है ।
प्रसिद्धि
जीने का उसूल
जो प्रसिद्धि में पड़ गया, वह सिद्धि से वंचित रह गया ।
प्रसिद्धि-अर्जन
प्रसिद्धि कमाने के लिए अध्यात्म का उपयोग करना कोयले के लिए चन्दन - वृक्ष को जलाना है।
प्रस्थान
जो रवाना हो चुका है, वह कहीं न कहीं तो जरूर पहुँचेगा ।
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