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जीने का उसूल महान् व्यक्ति
महान् व्यक्ति चाहे जिन परिस्थितियों से घिरा हो, वह जो कुछ भी करेगा, महान् ही होगा।
महिमागान
किसी के चले जाने के बाद उसकी भगवत्ता की महिमा गाना केवल स्तुतिकारों का काम है।
महिला-सम्पत्ति
महिला को पति की सम्पत्ति मानना पिछड़ापन और सामन्ती मनोवृत्ति है।
माँ का आँचल प्रेम का पनघट है और आँखें राहों की रोशनी। माँ की बातों में जीवन की गीता है, तो चरणों में संसार का स्वर्ग बसता है।
मांसाहार
मनुष्य अगर मांसाहारी होता, तो वह भी बिल्ली की तरह परिंदों पर झपटता, चीते की तरह दाँतों से चीर-फाड़ करता और गर्म खून पीना चाहता।
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