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जीने का उसूल दान और सहयोग
हम दान की नहीं, सहयोग की भाषा सीखें। भिखारी को दी गई चीज दान है, पर भाई की जरूरतों को पूरा करना सहयोग है।
दान-फल
दान से स्वर्ग नहीं मिलता। दान स्वयं ही स्वर्ग है।
दायित्व
सारा संसार हमारा घर हो, हमारा प्रेम सारे घर को मिलेयही हमारा दायित्व है।
दार्शनिक
दिन में लालटेन दिखाने वाले सनकी नहीं अपितु रहस्यद्रष्टा दार्शनिक होते हैं।
दिन
जिस मन:स्थिति के साथ दिन की शुरूआत करेंगे, दिन वैसा ही बीतेगा।
दिवस-सार्थकता
दिन की शुभ शुरूआत चाहते हो, तो सुबह जल्दी उठो।
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