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जीने का उसूल आसक्ति
महलों के गिरने से राजा दु:खी होते हैं किन्तु राजाओं के धराशायी होने पर महल शोक नहीं करते।
आसीन
सीधी कमर बैठना ज्ञान-तंतुओं को जागृत रखने का सरल उपाय है।
आहुति
स्वार्थ की जितनी आहुति दी जाएगी, ईश्वर के घर से आपके लिए उतना ही सुख-प्रबन्धन होगा।
इच्छा
इच्छा वह भिक्षापात्र है, जिसे सिकंदर भी न भर सका।
इतिहास
इतिहास के गौरव को रखने के लिए वर्तमान की उपेक्षा मत कीजिए।
ईमान
कोई भी व्यक्ति तभी तक ईमानदार रहता है जब तक उसे बेइमानी करने का मौका नहीं मिलता।
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