________________
जीने का उसूल
उत्साह
अपना प्रत्येक कार्य उत्साह से करें, फिर चाहे वह धन्धा हो या नाश्ता।
उदार
उदार अवश्य बनें, पर उड़ाऊ कतई नहीं।
उदासीनता-प्रसन्नता
मन की उदासी से जो संसार नरक लगता था, मन की प्रसन्नता से वही स्वर्ग लगने लगता है।
उद्देश्य
उद्देश्य महान् हो और उसे पूरा करने की मानसिकता सुदृढ़, तो जीवन को अपने आप सफलता की दिशा मिल जाती
उन्मत्त और नियंत्रित
उन्मत्त हाथी औरों को कुचलता है, जबकि नियंत्रित हाथी बादशाहों को आरूढ़ किया करते हैं।
उपयोग
तकिये का उपयोग सोने के लिए है, ढोने के लिए नहीं।
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org