Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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प्रमेयद्योतिका टीका प्र. ३. उ. ३ सू. ११९ शक्रादिदेवानां परिषदादिनि०
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भुञ्जाना विहरन्ति अन्यत् सर्वं शक्रेन्द्रप्रकरणवत् । 'ईसानस्स णं भंते ! देविंदस्स देवरन्नो कई परिसाओ पन्नत्ताओ गोयमा ! तओ परिसाओ पण्णत्ताओ तं जहासमिया चंडा जाया - तहेव सव्वं' हे भदन्त ! ईशाने यो देवेन्द्रो - देवराजस्तस्य कति पर्षदः सभाः प्रज्ञप्ताः ? भगवानाह - हे गौतम ! तिस्रः परिषदः सन्ति तद्यथासमित्ता १ चण्डा२ जाता ३ यत् - शक्रेन्द्रप्रकरणे तत्सर्वमेव ज्ञातव्यम् - तत्राऽभ्यन्तरिकी समिता नाम्ना प्रसिद्धा तस्यां पर्षदि कति देवसहस्राणि मध्यमिकायां कति, बाह्यायां च कति देवसहस्राणि प्रज्ञप्तानि ? एतत् प्रकरणान्तं यावत् 'तत्स' पदेन संगृहीतम् । उत्तरं तु - 'णवरं' इत्यादिना दर्शयति- भगवानाह - हे गौतम! अभितरियाए परिसाए दसदेवसाहस्सीओ पन्नत्ताओ, मज्झिमियाए परिसाए बारसदेवसाहसीओ, बाहिरियाए चउद्दस देवसाहस्सीओ' आभ्यन्तरिकायां समिताही है 'ईसाणस्स णं भते ! देविंदस्स देवरण्णो कति परिसाओ पन्नताओ' हे भदन्त ! देवेन्द्र देवराज ईशान की कितने परिषदाएं कही गई है ? उत्तर में प्रभु कहते है- 'गोयमा ! तओ परिसाओ पन्नत्ताओ' हे गौतम ! तीन परिषदाएं कही गई हैं । 'तं जहा' जो इस प्रकार से है - 'समिता, चंडा, जाता, तहेव सव्वं' समिता, चंडा, और जाता, इस सम्बन्ध में जो शक्रेन्द्र के प्रकरण में कहा गया है वह यहां पर कह लेना चाहिये आभ्यन्तर की परिषदा का नाम समिता है 'तहेव सव्वं इत्यादि सब कथन पहिले के ही जैसा है 'णवरं अभितरियाए परिसाए दस देवसाहस्सीओ पण्णत्ताओ' यहां आभ्यन्तर परिषदा में दश हजार देव कहे गये है 'मज्झिमियाए परिसाए बारस देव साहसीओ' मध्यपरिषदा में १२ हजार देव कहे गये है और 'बाहिरिया ए सौधर्म अरना उथन प्रमाणे छे. 'ईसाणस्स णं भंते! देविंदस्स देवरणो कति परिसाओ पण्णत्ताओ' हे भगवन् हेवेन्द्र देवराष्ट्र ईशाननी डेंटली परिषहाओ। एडेवामां आवे छे ? या प्रश्नमा उत्तरमा प्रभुश्री हे छे - 'गोयमा ! ओ परिसाओ पण्णत्ताओ' हे गौतम! ऋण परिषहाओ वामां आवे छे. 'तं जहा' ? या प्रमाणे छे. - 'समिता, चंडा जाता तहेव सव्वं' समिता थंडा અને જાતા આ સંબંધી વિશેષ કથન શકેન્દ્રના પ્રકરણમાં જે પ્રમાણે છે, તેજ પ્રમાણેનું તે કથન અહિંયા પણ કહી લેવુ' જોઇએ, આભ્યન્તર પરિષદાનુ नाम समिता छे. 'तहेव सव्वे' इत्यादि सघणु उथन पहेलाना उथन प्रमाणे छे 'वरं अभितरियाए परिसाए दस देव साहसीओ पण्णत्ताओ' आल्यन्तर परिષદામાં અહીંયાં દસ हुन्नर देवा हेवामां आवे छे. 'मज्झिमियाए परिसाए बारस देव साहसीओ' मध्य परिषदामा १२ मार हमर देवे। उहेला छे.
જીવાભિગમસૂત્ર