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(१४७) कुमारस्स्याद्र हे बाले वरणेऽश्वानुचारके ॥२८॥ युवराजे च........ ..............।
-वैजयन्ति-कोष, त्र्यक्षरकाण्डे नानालिङ्गाध्यायः, पृष्ठ २५९ । कुमार- चाइल्ड, ब्वॉय, यूथ, सन, प्रिंस । -मोनियोर-मोनियर विलियम्स संस्कृत-इंग्लिश-डिक्शनरी, पृष्ठ २६२।
कुमार- सन, ब्वॉय, यूथ, ए ब्वॉय बिलो फाइव, एप्रिंस ।
-आप्टे-संस्कृत-इंग्लिश-डिक्शनेरी, पृष्ठ ३६३ ।
कुमारो बालके स्कन्दे युवराजेश्ववारके। वरुणानो...
-महीपकृत अनेकार्थतिलक, काण्ड ३, श्लोक ६२, पृष्ठ ४४ ।
युवराजस्तु कुमारो भतृदारकः -अमरकोष, पृष्ठ ७५ (नि. सा. प्रे.) काण्ड १ नाटयवर्ग, श्लोक १२ । युवराज कुमारो भर्तृदारक :
___-अभिधान-चिन्तामणि, काण्ड २, श्लोक २४६, पृष्ठ १३६ । इन प्रमाणों से स्पष्ट है कि, 'कुमार' शब्द का अर्थ 'राजकुमार' है, न कि 'अविवाहित' । हमारे इस अर्थ से विवेकी दियम्बर भी सहमति प्रकट करते हैं। अपने ग्रंथ "जैन साहित्य और इतिहास" के परिशिष्ट (पृष्ठ ५६५) में तिलोयपन्नति के उपर्युक्त भाग का अर्थ करते हुए नाथूसम प्रेमी ने लिखा है :
"नेमि, मल्लि, वीर, वासुपूज्य और पार्श्व ने कुमारकाल में और शेष जिनों या तीर्थंकरों ने राज्य के अंत में तप ग्रहण किया। राज्य के अंत
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