Book Title: Tirthankar Mahavira Part 1
Author(s): Vijayendrasuri
Publisher: Kashinath Sarak Mumbai
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(३६८) गौतम; जन्म-नक्षत्र-स्वाति; जन्म-स्थान-गोबरग्राम (मगध); गृहस्थजीवन-४२ वर्ष; दीक्षा-स्थान-मध्यम पावा; शिष्य-संख्या-५००; अकेवलिकाल-१० वर्ष; केवलिपर्याय-१८ वर्ष; सर्वायु-७० वर्ष; निर्वाण-काल-वीर केवलोत्पत्ति से २८ वर्ष वाद;-निर्वाए-स्थान-वैभारगिरि (राजगृह)।।
व्यक्त-पिता का नाम-धनमित्र; माता का नाम-वारुणी; गोत्रभारद्वाज; जन्म-नक्षत्र-श्रवण; जन्म-स्थान-कोल्लाग सन्निवेश (मगध); गृहस्थ जीवन-५० वर्ष; दीक्षा-स्थान-मध्यम पावा; शिष्य-संख्या-५००; अकेवलि-काल-१२ वर्ष; केवलि-पर्याय-१८ वर्ष; सर्वायु-८० वर्ष; निर्वाणकाल-वीर-केवलोत्पत्ति के ३० वर्ष वाद; निर्वाण-स्थान-वैभारगिरि ( राजगृह)।
सुधर्मा-पिता का नाम-धम्मिल; माता का नाम-भद्दिला; गोत्रअग्निवैश्यायन; जन्म-नक्षत्र-उत्तरा फाल्गुनी; जन्म-स्थान-कोल्लाग सन्निवेश (मगध); गृहस्थ-जीवन-५० वर्ष; दीक्षा-स्थान-मध्यम पावा; शिष्य-संख्या५००; अकेवलि-काल-४२ वर्ष; केवलि पर्याय-८ वर्ष; सर्वायु-१०० वर्ष; निर्वाण-काल-वीर केवलोत्पत्ति से ५० वर्ष बाद; निर्वाण-स्थान-वैभारगिरि (राजगृह)।
__ मंडिक-पिता का नाम-धनदेव; माता का नाम-विजयादेवी; गोत्रवाशिष्ठ; जन्म-नक्षत्र-मघा; जन्म-स्थान-मौर्यसन्निवेश'; गृहस्थ-जीवन-५३ वर्ष; दीक्षा-स्थान-मध्यम पावा; शिष्य-संख्या-३५०; अकेवलि-काल-१४ वर्ष; केवलि पर्याय-१६ वर्ष; सर्वायु-८३ वर्ष; निर्वाण-काल-वीर केवलोत्पत्ति से ३० वर्ष बाद; निर्वाण-स्थान-वैभार गिरि (राजगृह) ।
मौर्यपुत्र-पिता का नाम-मौर्य; माता का नाम-विजयादेवी; गोत्र-काश्यप; जन्म-नक्षत्र-रोहिणी; जन्म-स्थान-मौर्य सन्निवेश; गृहस्थजीवन-६५ वर्ष; दीक्षा-स्थान-मध्यम पावा; शिष्य-संख्या ३५०; अकेवलिकाल-१४ वर्ष; केवलि पर्याय-१६ वर्ष; सर्वायु-६५ वर्ष; निर्वाण-काल
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१-देखिए साथ की टिप्पणि ।
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