Book Title: Tirthankar Mahavira Part 1
Author(s): Vijayendrasuri
Publisher: Kashinath Sarak Mumbai

View full book text
Previous | Next

Page 435
________________ आचार्य श्री विजयेन्द्रसूरिकृत अन्य ग्रन्थ १ वैशाली ( हिन्दी ) २ वैशाली (गुजराती) ३ वीर - विहार-मीमांसा (गुजराती) ४ वीर - विहार-मीमांसा (हिन्दी) ५ हस्तिनापुर (हिन्दी) ६ गुरुगुणरत्नाकर (संस्कृत) सम्पादित ७ शान्तिनाथचरित्र (संस्कृत) सम्पादित ८ अशोकना शिलालेखो ऊपर दृष्टिपात (गुजराती) ९ प्राचीन भारतवर्षनुं सिंहावलोकन (गुजराती) १० महाक्षत्रप राजा रुद्रदामा (गुजराती) ११ मथुरानो सिंहध्वज (गुजराती) १२ जगत अने जैन-दर्शन (गुजराती) १३ जगत और जैन दर्शन ( हिन्दी ) २।। ) २) अप्राप्य Jain Education International 11 ) 1) अप्राप्य अप्राप्य यशोधर्म मन्दिर १६६ मर्जवान रोड, अंधेरी बम्बई ५८ १४ Reminiscences of Vijaya Dharma Suri (English) १५ तीर्थंकर महावीर (हिन्दी) भाग २, मुद्रणस्थ १० ) १६ लेटर्स टु विजयेन्द्र सूरि For Private & Personal Use Only .... ( विश्व - विख्यात ३५ विद्वानों के पत्रों का संग्रह) ७) リリ ~~~~~~~~ www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 433 434 435 436