Book Title: Sumanmuni Padmamaharshi Granth
Author(s): Bhadreshkumar Jain
Publisher: Sumanmuni Diksha Swarna Jayanti Samaroh Samiti Chennai
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साधना का महायात्री : श्री सुमन मुनि
ज्ञान प्रकाश फैलायो संघ में
शुभ दिन आज है
अमृत जैसी वाणी जिनकी सुमन मुनि है नाम ।
मेरे मनवा में तुम्हारा एक नाम है, ज्ञान की ज्योत जलाये जग में जैन धरम की शान ।।
| नित शीष झुकाऊँ तूं ही तारण है।
छवि तेरी प्यारी सुमन तेरा नाम है। पांचूं गाँव में जन्म लियो गुरु, माँ वीरादें का लाल । पिता गोदारा भीवजी, चौधरी वंश दिपाल ।।
___ गुण नित गाऊँ, मेरा बेड़ा पार है।।
मेरे मनवा में.... बालपणा में सीख लीनो सब जैन धर्म रो ज्ञान । गुरु शुक्ल के संग में रहकर लीनो संयम धार
भीवराज पिता तेरे, वीरांदे मात है। ज्ञान की ज्योत जलाये... बीकानेर जिला में, पांचूं तेरा गाँव है।।
मेरे मनवा में.... दूर-दूर से गाँव-गाँव से, आवे लोक अनेक।
दीनबंधु स्वामी, शुक्ल गुरु नाम है। दर्शन करके वाणी सुनके, जन-जन-मन हर्षाये । ज्ञान-ध्यान से भरा खजाना खुले हाथ लुटाये।
झूठी दुनियाँ छोड़ी, पाया संयम-दान है।। ... महेन्द्र मुनि का लाडला श्रमण संघ सहकार
मेरे मनवा में.... ज्ञान की ज्योत जलाये... सूरत प्यारी-प्यारी, गजब तेरा ज्ञान है। चेन्नई में कियो चौमासे संघ में हर्ष अपार ।
दीक्षा-दिवस का, शुभ दिन आज है।।
मेरे मनवा में.... धर्मध्यान को ठाठ लगायो, तपस्या रो नहीं पार । गुरुवर रो व्याख्यान सुणन ने आवे भीड़ अपार
चेन्नई में तूंने चौमासा ठाया। ज्ञान-प्रकाश फैलायो संघ में श्रमण संघ सलाहकार । माम्बलम् में, धरम का ठाठ है।। ज्ञान की ज्योत जलाये...
मेरे मनवा में....
एस.एस. स्थानक में, जयन्ति मनाये । मेटुपालयम् संघ भक्ति भाव सूं अरजी लायो आज ।
नर-नारी हरखे, हरखा समाज है। शेखेकाल पधारो गुरुवर पगल्यां री अरदास।।
मेरे मनवा में.... “युवक मंडल” गाय रह्यो है माम्बलम में आज। स्वीकारो गुरुवर श्रावक संघ का वन्दन बारम्बार
पचासवां आज ये संयम दिन आया। ज्ञान की ज्योत जलाये...
भक्त सभी तेरे गाते गुणगान है।। लय : चांदी जैसा रंग है तेरा....
मेरे मनवा में.... . श्री निहालचन्द बाठिया | लय : मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है.... मेटुपालियम्
0 श्री सुरेश खिंवसरा । जय महावीर ।
टी. नगर, मद्रास
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