________________ -नीति-शिक्षा-संग्रह 41 त्रिफला (हरड़ बहड़ा आमला) के जल से भांखें धोने से पाखों की ज्योति मन्द नहीं होती, तथा गर्मी शान्त होती है / त्रिफला के काढ़े से आँखें धोने से नेत्र रोग नष्ट होते हैं। 42 नाक के बाल उखाड़ने से नेत्र- ज्योति कमजोर हो जाती है, तथा नाक के बालों से नाक के द्वार] जानेवाली रज रुकती है। इसलिए नाक के बाल कभी न उखाड़ने चाहिये। .. 43 दूध---बालक वृद्ध और जवान सब के लिए हितकारी है प्राणियों की प्राण रक्षा के लिए फल-फूल शाकपात अनाज आदि जितने उत्तमोत्तम पदार्थ हैं उन सब में दूध सर्वश्रेष्ठ है / दूध सब जीव धारियों के जीवन और सब प्राणियों के अनुकूल है। बालकों को जिन्दा रखने. निबलों को बलवान बनाने, जवानों को पहलवान बनाने, बूढों को बुढ़ापे से निर्भय करने, रोगियों को रोग से मुक्त करने, निबलों को बल देने, सन्तान इच्छुकों की अभिलाषा पूरी करने की ताकत जैसी दूध में है, वैसी दूसरे पदार्थ में नहीं है। यह बात निर्विवाद सिद्ध हो चुकी है कि दूध के समान पौष्टिक और गुणकारक पदार्थ इस पृथ्वी पर दुसर। नहीं है, सच पूछो तो दूध इस मृत्यु लोक का 'अमृत' है, जो मनुष्य बचपन से बुढ़ापे तक दूध का सेवन करते हैं, वे निःसन्देह शक्तिशाली ; हृष्ट- पुष्ट, वीर्यवान् और दीर्घजीवी होते हैं / 44 आज कल बाजारों में हलवाइयों की दूकान पर जो दूध मिलता है, वह महा निकम्मा और रोगों का खजाना होता है, दूध दु.