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अष्टांगहृदयकी।
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पृष्टांक
दुरालभारिष्ट
बिषय
पृष्टांक. | बिषय अन्य उपाय
५४१ अन्य प्रयोग - अष्टमोऽध्यायः।
अन्य औषध मर्शमें यंत्रप्रयोग
अन्य उपाय वहवर्श में कर्तव्य
५४२ अन्य उपाय
५४९ सुदग्धअर्श के लक्षण
बलवद्धक पान वस्तिशूल में कर्तव्य
अन्य प्रयोग
५४९ विष्टा ओर मूत्रके प्रतीघातमें चिकित्सा,,
अभ्यारिष्ट दाहयोग्य गुदकीलक में कर्तव्य
दन्त्यरिए अर्शमें धूमपानादि
५४४ अर्शमें बत्ती
भोजन से पहिले घृतादि अन्य वत्ती
अन्य घृत अर्श पर लेप
पलासयादि घृत अन्य लेप
पंचको लादि घृत भन्य लेप
चांगेर्यादि घृत अनुवासिक लेप
मांसरसादि का प्रयोग अभ्यंजनादि
मंदाग्नि की चिकित्सा धूनी से बिगडे रुधिर का निकालना ,
पान विधि मस्सों से रुधिर निकालना
अर्श में अनुलोमन का विधान रक्तानकालने का कारण
अर्श में अनुवासन अर्शमें गोरस पानादि
अनुवासन की विधि अन्य पानादि
निरूह का प्रयोग भन्य उपाय
रक्तार्श का वर्णन अर्शमें यवशक्त
वातकफानुबंध के लक्षण तक की उपयोगिता
दूषित रक्त में लंघनादि
दोषों की कलुषता में रक्त साध तक्रके प्रयोग का काल तकका त्रिविध प्रयोग
रक्तस्त्रति के पीछे तिक्तद्रव्य का सेवन , तक प्रयोग के गुण
५४७
रक्तस्त्राव में चिकित्सा सके पीछे अन्नादि सेवन
पित्ताधिक्य रक्त का स्तंभन तक्रविशेष का सेवन
फफानुगत रक्त में कर्तव्य तकके अरिष्ट का पान
अन्य औषाध तक्रविशेष की विधि
उक्तरोग पर अवलेह अन्य विधि
अन्य अवलेह जठराग्नि से दीपनस्नेहादि ५४८ अन्य उपाय गाढपुरीष की चिकित्सा
अन्य प्रयोग अर्श पर कंजेके पत्ते
अन्य प्रयोग सगुड शुठीपान
" } यवान्यादि चूर्ण
५४६
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