Book Title: Yatindrasuri Diksha Shatabdi Samrak Granth
Author(s): Jinprabhvijay
Publisher: Saudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh
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यतीन्द्रसूरि स्मारकग्रन्थ -जैन आगम एवं साहित्य । तिर्छा लोक में चैत्य व जिन प्रतिमा जी जबकि सकलतीर्थ में ३२५९ का पाठ है : ३९१३२० प्रासाद १ में प्रतिमा
नंदीश्वर द्वीप ५२ मानुषोत्तर पर्वत ४ मेरु पर्वत
१२० १०२०० सूचक द्वीप
वृक्षाकार ४० गजदंतगिरी २० १२० २४००
कुन्डल द्वीप
वैताड्य
१७० ८० वरकारा पर्वत
९६०० इक्षुकार
कुलगिरि १००० कंचनगिरि १०००
पर्वत १२० १२००००
गजदंत विचित्र पर्वत
१२०
मेरु पर्वत ८० जंबूवृक्षशालि वृक्ष १० चित्र पर्वत
६००
. राजेन्द्र कोश में यह पाठ है बाकी केवलीगम्य ४५८ यमक पर्वत
१२००
पाताल लोक में अवनपति में वर्षधर पर्वत
३६०० स्थान प्रासाद प्रतिमाजी ४ इक्षुकार पर्वत
४८० १. असुर कुमार चौंसठ लाख एक सौ पन्द्रह करोड़ बीस लाख २०. वृत वैताड्य २० १२० २४००
२. नागकुमार
चौरासी लाख एक सौ इक्यावन करोड़ वीस लाख १६० दीर्घ वैताड्य
१२०
२०४०० ३. सुवर्ण कुमार बहत्तर लाख एक सौ उगणतीस करोड़ साठ लाख ४० दिग्गज कूट ४० १२०
४. विद्युत कुमार छियत्तर लाख एक सौ छत्तीस करोड़ अस्सी लाख १० जेम्बयादिवृक्ष ११६० ।। १२० १४०४०० ५.अग्नि कुमार छियत्तर लाख एक सौ छत्तीस करोड़ अस्सी लाख ३८० कुंड
१२० ४५६०० ६.द्वीप कुमार छियत्तर लाख एक सौ छत्तीस करोड अस्सी लाख ७० महानदी कुंड
८४०० । ७. उदधिकुमार छियत्तर लाख एक सौ छत्तीस करोड अस्सी लाख ८० द्रह चैत्य
९६०० ८.दिशा कुमार छियत्तर लाख एक सौ छत्तीस करोड़ अस्सी लाख मानुषोत्तर पर्वत
४८० ९.स्तनित कुमार छियत्तर लाख एस सौ छत्तीस करोड़ अस्सी लाख नदीश्वर द्वीप
१२४ ६४४८ १०. वायु कुमार छियानवे लाख एक सौ छत्तीस करोड़ अस्सी लाख १९२०
७७२००००० ३८९६०००००० सूचक द्वीप ४ १२४ ४९६ एक-एक प्रसाद में
कुन्डल द्वीप ४ १२४ ४९६ १८० प्रतिमाजी है सात करोड़ बहत्तर लाख तेरह सौनबासीकरोड़ साठ लाख अठी द्वीप के नकशे की पुस्तक से ३२४९
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