Book Title: Swatantrata ke Sutra Mokshshastra Tattvartha Sutra
Author(s): Kanaknandi Acharya
Publisher: Dharmdarshan Vigyan Shodh Prakashan
View full book text
________________
NA
पृ.
46
47
48
51
53 55
60
64
65
66
67
विषय सूची - प्रथम अध्याय विषय 1. मोक्षमार्ग का स्वरूप
(A) रत्नत्रय की परिभाषा 2. सम्यग्दर्शन का लक्षण 3. सम्यग्दर्शन के उत्पत्ति की अपेक्षा भेद 4. तत्त्वों के नाम 5. सात तत्त्व तथा सम्यग्दर्शन आदि के व्यवहार के कारण 6. सम्यग्दर्शन आदि तथा तत्त्वों के जानने के उपाय 7. सम्यग्ज्ञान का वर्णन ज्ञान के भेद और नाम 8. प्रमाण का लक्षण और भेद 9. परोक्ष प्रमाण के भेद 10. प्रत्यक्ष प्रमाण के भेद. 11. मतिज्ञान के दूसरे भेद तथा नाम 12. मतिज्ञान की उत्पत्ति का कारण और स्वरूप 13. मतिज्ञान के भेद 14. अवग्रह आदि के विषय भूत पदार्थ 15. अवग्रह ज्ञान में विशेषता 16. श्रुतज्ञान का वर्णन, श्रुतज्ञान की उत्पत्ति का क्रम और भेद । 17. अवधिज्ञान का वर्णन 18. क्षयोपशम निमित्तकं अवधिज्ञान के भेद और स्वामी 19. मन: पर्यय ज्ञान के भेद ... . (A) द्रव्यमन का स्थान और आकार 20. ऋजुमति और विपुलमति में अन्तर 21. मति और श्रुतज्ञान का विषय 22. अवधिज्ञान का विषय 23. मनःपर्यय ज्ञान का विषय . 24. केवलज्ञान का विषय 25. एक जीव के एक साथ कितने ज्ञान हो सकते हैं।
'.69
.
70
72
75
77 84 85 87
.90
92
95
96
97.
98 99
27.
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org