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५ श्री शान्तिनाथ-मन्दिर
यह मन्दिर कोरटाजी गाँव में पश्चिमो. त्तर कोण में है और जीर्ण-शीर्ण है। इसकी स्तम्भ लताओं के 'ॐ नाढा' इन उकेरे हुए अक्षरों से जान पड़ता है कि यह मंत्री नाहड द्वितीय के पुत्र ढाहल (ढाकल) जी का बनवाया हुआ है क्यों कि मन्दिर के पिछले भाग में पडे हुए एक बेकार पत्थर के खंडित लेख से भी यही बात सिद्ध होती है । विक्रम की १७ वीं सीकी में नागोतरा गोत्री कोरटा के किसी महाजनने इसका जीर्णोद्धार कराया था, और अब इसके जीर्णोद्धार होने की खास आवश्यकता है । इसमें इस समय मूल नायक श्री पार्श्वनाथ हैं, जो सं० १९५९ में विराजमान किये गये हैं।
श्री कोरटाजी-तीर्थ ।
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