________________
( ३४) धांधुकने अपने कुटुम्बश्रेयोर्थ आदिनाथ के मंदिर में जिनयुगल कराये और उनकी प्रतिष्ठा ककसूरिजीने की । धांधुक का वंश वृक्ष
श्रीनन्नाचार्यसन्ताने
मंत्री धांधुक
भगिनी वीरी
.
महं० कउरा
हान्हा
(स्त्री नाकउ)
पेड मदन पूर्णसिंह
(१ स्त्री पूर्णश्री) (२ चापलदेवी)
।
धांधल धारलदे पुत्री
मोरसिंह, हापा, ऊणसिंह, जाणा, नीछा. कतिपय जिनप्रतिमाओं के प्रशस्तिलेखों
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com