________________
शान्त सुधारस
प्रवचन : ९
अनित्य भावना
संकलना :
संतों का उदासीन भाव
परिवर्तन : द्रव्यात्म + और भावात्मक • परिवर्तनशील पदार्थों के साथ प्रेम नहीं
Jain Education International
२
शरीर एक मठ ज्ञानानन्द का पद
• स्वजन परिजनों में परिवर्तन
मूढ़ जीव का मोह
प्रबुद्ध आत्मा की मनःस्थिति
• प्रबुद्ध मनुष्य की यौवन के प्रति दृष्टि यौवन को सार्थक करनेवाले
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org