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शान्त सुधारस
प्रवचन : १०
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अनित्य भावना
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संकलना :
कामविकारों की प्रबलता रूपविजयजी का एक काव्य
कामवासना का उद्भवस्थान काम पुरुषार्थ
• पंडित वाचस्पति मिश्र ( भामती) सही और गलत जीवनद्रष्टि
• सेक्स विषयक पश्चिम की विकृत विचारधारा
• फ्रोइड़ और एरिक फ्रोम
उन्मार्गगामी मानसशास्त्र भौतिकवादी सभ्यता के नुकशान • कामवृत्ति का अभिगम उपसंहार
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