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शान्त सुधारस प्रवचन : १३ अशरणभावना - १
: संकलना : मृत्यु सर्वोपरि । - मृत्यु के सामने सभी अशरण ।
मदोन्मत्त नहीं बने । - मृत्यु सामने खड़ी है।
गुणनिधान लोग भी चले जाते हैं। .. आयुष्यकर्म का विज्ञान समझें । द्वारिका जल जाती है। नियाणा क्या होता है ? श्रीकृष्ण की द्वारिका में घोषणा । भगवान नेमनाथ गिरनार पर ।। द्वैपायन मर कर अग्निकुमार देव बना ।
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