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* मदनब्रह्म कुमार...
बहुत बड़ी सूचि है युवानों की, जिन्हों ने यौवन को अंकुश में रखा था । आत्मानुशासन कर ब्रह्मचर्य के महाव्रत को पाला था । यौवन को सार्थक किया था।
यह है ज्ञानी-प्रबुद्ध पुरूषों का यौवन विषयक अभिगम ! वर्तमान में...पश्चिमी सभ्यता की छाया में यौवन में कैसी विकृतियाँ प्रविष्ट हो गई हैं और यौवन को बर्बाद कर रही है, इस विषय की चर्चा आगे करूँगा, आज बस, इतना ही -
। अनित्य भावना ।
अनित्य भावना
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