________________ पEE-- ज मसर पालक पर गर्मापस्पा सेटी पदमा एक सातााता फिर यह प्रमादिपालक को ऐसे माता पिता का.. योग फ्पों मा! और इसका स्या समाधान किमी कमी पासक की पोम्पता माता पिता से पिस कुलदीप प्रकार की होती है। ऐसे मनेरवारपरेने माने कि माता पिता पिसफुस प्रपोते और लाफा पूरा शिपित पन साताप करेचा गावी फिघिमी किमी माता : पितामों की रवि मिस बात पर विलकुलदीनही होती रस में पासक सियास्त हो गाता है। इसका कारण केपसमाप्त पास की परिस्थिति नहीं मानी जा सकती क्योंकि समाव: परिस्थिति और परापर देष मास होते मी प्रमेक विचा पियों में विचारपसम की विषमता देवी गाती है।परि कहा जाप किपा परिणाम बालक के मनमुतमाम तम्सुमो का तो इस पर पाशंका होती किवासा कामठो: माता पिता के थक शोपित मे बना होता है फिर पममें / प्रषिपमाम ऐसे जानतम् पासा के मस्ति मेमापे पाहा, से! काही माता पिता पी सी पावराति पास में रेली। वातीसही पर इसमें भी प्रम कि ऐसा प्रपोग क्यों मिता किनी बिसी नगा पामीरेना मागी कि माता पिता की पोम्पता पापड़ी बड़ी होती है भीर रामके सौ प्रपक्ष परमे पर मी सका भूपीए माता है। पासप कोरिदिती कि पा साप पुगहरूप से मम्मे पदो पालकमी समान नही रोते / माता पिता कीपमाल परापर Hोने पर मी एक साधारणवीरता और दूसरा काही भामे परमाताहै। पाका पिएर रोग से नाीरता और सरा सम- FREER मान SEAREER in ब