________________ - ह SHTii पत्रिकाकी मानपRIER- FREE ( 10 ) ___ -जिस माम कर्म के परप से शरीर में अभी पा | पुरी गम्यते। मा-रस नाम कर्म कसे करते * शिस नाम फर्म केदय से शरीर में रसो। प्र.--स्पर्य नाम कर्म किसे पाते। 5. शिस कर्मापसे शरीर में कोमलमचारिस्पयो। म. भानुपूर्वी नाम कर्म किसे पाये। --निसर्म के उदय से सीप विमा गति में अपने रत्पत्ति स्थान पर पचे। प्र-विमरगतिमाम कर्म किसे काये। उ• पातापूर्वक रेटी पति को। मा-पितापोगति माम कर्म किसे कहते T-विसकर्म के समय से भीष की चायापी सी पास के समान गुम हो पा र गधे की पावरे समान प्रयम से। म०-परापात नाम कर्म पिसेपाते। T-मिस पर्म के जप से जीव बोबडेमायामों की: रएि मैं मी झोप मासूम हो। प्रा-भासोमास नाम कम पिसे करते। -जिस मप से पारीपाको शरीरममा सितारा बीचमा(वास) और गरीर के अंदर की पाको मासिका मारामारोहमा(ग्भपासो-दोनोकिया। म-माताप नाम कम किसे पाते। -जिस कम के समय सशरीर मावाप परो। से मप मास। HIFai