________________ ETERIHAucareSEP-1 SERIEEEPE. तर-सिरपुर, पारंगत परम्परामत अजर अमः बिमु पोगीम, एक प्रधिम्प प्रसन्म इस्पादियाम पर परमात्मा कपन किये गए हैं। मम-पपा ममत परमात्मा को सई पापक मी - मानता! तर-नौ, चैनमत सिर परमात्मा से सर्व पापक मी - मानता है। प्रम-सम्पापापिस प्रकार से मानता। पचर-बार से बाइपयोगारमा से। प्रम-स्पा परमात्मा शरीर से म्पाप नही। रचर--नही स्पोकिसका पैर नही। मम-पा परमारम प्रदेशों से प्यापकही है? उत्तर-ग्रीषमात्म प्रदेशों द्वारा सोकाकाराप्रमाणम्णपत्र हो सकता कि समपपीच समुदमात करणे पस चनमार समप ममावती कासवा है। मन-शान से सम्पापक पिस प्रकार होता। उत्तर-जिस प्रकार पूर्प पिरो माय परिमित भर में 2 ध्यापकबा फिरणों द्वारा परिमित व भाति परता हैडीक रस्सी प्रकार सिर परमात्मा मीसोबासोक में शाम द्वारा म्याप्त है। प्रम-मा परमात्मा मरक नहीं है। प्रम-यो फिर क्या? रतर-रमरा। प