________________ --मजान - की जा सकती। एसी कोवास परितपीसते पपोषि र इसमें कियामों की प्राति और नितिनोमानीपानाती इसी फारस से इसे पास पंरित पीय काते हैं। भवर सिस मा फिमापसी कर्म करता है और मापही सफर "को मोगता तथा पापही कमी से परफर मोक्ष परमास कर सम्हाले। मिर्पयानिकमा लिमोर गुप बने मे कमी से पुरुपा बसवान् / --- - ------ SHपना