________________ XEXTROGRAMODAKOTaxarxxH - ~ - - maAROORXXXEDX- KLAUNJLA ( 56 ) उ०—जिस कर्म के उदय से हाड़ आपस में जुड़े हों। प्र०-संस्थान नाम किसे कहते हैं ? उ०-जिस कर्म के उदय से शरीर का आकार बने / प्र०-सम चतुरस्त्र संस्थान नाम कर्म किसे कहते हैं ? उ०-जिस के उदय से पलॉठी (पालखी) मारने पर शरीर की शकल चारों ओर से समान हो। प्र०-न्यग्रोध परिमडल संस्थान नाम कर्म किसे कहते हैं? उ.--जिस के उदय से शरीर की शकल वड़ वृक्ष जैसी हो अर्थात् नाभि से ऊपर के अवयव पूर्ण हों और नीचे के अपूर्ण छोटे छोटे हों। प्र०--सादि संस्थान नाम कर्म किसे कहते हैं ? ____उ०-जिस के उदय से नाभि से नीचे के अवयव पूर्ण हों, ऊपर के छोटे छोटे हों। प्र०—कुज संस्थान नाम कर्म किसे कहते हैं ? उ०--जिसके उदय से शरीर कुवड़ा हो। प्र०-वामन संस्थान नाम कर्म किसे कहते हैं ? उ०-जिस के उदय से शरीर वामन (बौना) हो। प्र०-हुंडक संस्थान नाम कर्म किसे कहते हैं ? उ०-जिस कर्म के उदय से शरीर के सव अवयव बेढंगे हों, उसको हुंडक संस्थान नाम कर्म कहते हैं। प्र०-वर्ण नाम कर्म किसे कहते हैं ? उ०-जिस नाम कर्म के उदय से शरीर में काला श्वेत आदि रग हो। प्र०-गन्ध नाम कर्म किसे कहते हैं ? AXEDKKARXERIAxxxAXIDANXXCXEEXXXREAXXoxii -