Book Title: Agam 17 Upang 06 Chandra Pragnapti Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amolakrushi Maharaj
Publisher: Raja Bahaddurlal Sukhdevsahayji Jwalaprasadji Johari
View full book text
________________
P
1.
सरस किंग वा सेसेवा ता ति मांगे गए ती सेसेवा पोरिसिणछाया दिवसस्स किंगएका सेसेवा जाव वडभाग गएवा मेवाता दिंड पारिसी छाया दिवमस्म किंगले या सेवा,ता पंच भागेगतेव वासेवा एवं अब परिणं छाया पुच्छा दिवसहल भागं छं हुवा
९ घडी का दिन मान जाते और २७ बडी दिन आब तथ कितना दिनी पत्र माग दिन मा
9
३६ दिन व्यतीत होने और २८४८ पल दिन
रहने पुरुष छाया जावे. देe पुरुष छाया और कितना दिन क्षेत्र रहे ? उच्चरदेव पुरुष छाया नय ही दिन मानाचा माग करने घडी १२ १ होइन रहे. सूर्यास्त समय में २८ घडी ४८ पल इतना और ७ घटः १२ १ दिन शेष रहा होवे सब देखें पुरुष छाया होवे. यह प्रथम हम समय का जाना इन मित्र मंडल से १८४ वे मंडल तक उपयुक्त क्षेत्रों कि उत्तराध्ययन के
समय व्यतीत
हो
पर सूर्य हो गणित करना नहीं अध्ययन में कहा है कि पशुदी १५ पूर्णिमा को उत्कृष्ट दिनमान व पुण से छाया मापने दो पात्र छाया होइन समय दिन का चौथा भाग जावे पेपर्यंत दा पनि होती है. इस से जो पदार्थ जितना लम्बा होना है उतनी उस की छाया होता है. यह नया जाना अब पुरुष दिन का चौथा भाग व्यतीत हो. यह मेडल भाजीमंड पर इस वर फरसी नहीं आती है. ऐसे ही
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
44494
www.jainelibrary.org