Book Title: Agam 17 Upang 06 Chandra Pragnapti Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amolakrushi Maharaj
Publisher: Raja Bahaddurlal Sukhdevsahayji Jwalaprasadji Johari
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योग करता? अहो गतम उत्तराप हाक्षत्र साथ योग करता है, उसके चार तारे को. इम के चरमसनयमान कर के अभिनित नक्षत्र के प्रथम पपय में दशवी आउटी बैठे. इम का गणित पहिले मैंस जानका यह दशारा किम तिर्थ बैठती है. चंद्रका कोनसा नक्षत्र शेष रहे. सूर्य साय कोनमा सूर्य नक्षत्र में चंद्र नक्षत्र विना शेष रहे अथवा इस क प्रथम समय में आउटी बैठे उसका यंत्र
प्रजासत्र पढ-उपात्र 408
आउटी
द्रंथ.] मूर्य माथ म.पा.भा. शप रहे
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तीथी
नक्षत्र
म०मा.मा.
नक्षष
मह
१९
81 बारहवा पाहुडा 4189480
असणी
१३१५३ पूर्वा महा शुटी ४ शभिषा २२८४६ अभिलन १२४ श्रावण शु. १० विशाखा १.५०४.. पूष्य १९४३ महा वदी १ पूष्प १२४३३३ अभिनित ९२४ श्रावण वदी। रेवती २५३२२६ पूष्य ११४. पहा वदी १३
६५८२० अभिजित श्रावण शुदी ४ पूर्वाफ ल्गुनी १२४७१३ पूष्य २१४ महा शुदा १० कृतिका १८३६ है अमिानेत ९२
२६४ १२६
48 सप्तदश
1090 .
३३||
६६
२६४
१२६
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