Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 345
________________ 85555555555555555555555555555555555555555555555 4 During the third week three dattis each of food and water is taken every day. Total 21 dattis. During the fourth week four dattis each of food and water is taken every day. Total 28 dattis. 4 During the fifth week five dattis each of food and water is taken every day. Total 35 dattis. During the sixth week six dattis each of food and water is taken every 卐 day. Total 42dattis. During the seventh week seven dattis each of food and water is taken every day. Total 49 dattis. Thus the total number of dattis for 49 days of seven weeks is 196. This Saptasaptamika Bhikshupratima is concluded in 49 days with 196 servings following the prescribed procedure. With regard to technical terms the English translation is self explanatory अधोलोकस्थिति-पद ADHOLOR-STHITI-PAD (SEGMENT OF STRUCTURE OF LOWER WORLD) १४. अहेलोगे णं सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ। १५. सत्त घणोदधीओ पण्णत्ताओ। १६. सत्तज घणवाता पण्णत्ता। १७. सत्त तणुवाता पण्णत्ता। १८. सत्त ओवासंतरा पण्णत्ता। १९. एतेसु णं ॐ सत्तसु ओवासंतरेसु सत्त तणुवाया पइट्ठिया। २०. एतेसु णं सत्तसु तणुवातेसु सत्त घणवाता पइट्ठिया। २१. एतेसु णं सत्तसु घणवातेसु सत्त घणोदधी पतिट्ठिया। २२. एतेसु णं सत्तसु घणोदधीसु ॐ पिंडलग-पिहुल-संठाण-संठियाओ सत्त पुढवीओ पण्णत्ताओ, तं जहा-पढमा जाव सत्तमा। २३. एतासि णं सत्तण्हं पुढवीणं सत्त णामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा-घम्मा, वंसा, सेला, अंजणा, रिट्ठा, मघा, माघवती। २४. एतासि णं सत्तण्डं पुढवीणं सत्त गोत्ता पण्णत्ता, तं जहारयणप्पभा, सक्करप्पभा, वालुअप्पभा, पंकप्पभा, धूमपभा, तमा, तमतमा। १४. अधोलोक में सात पृथ्वियाँ हैं। १५. सात घनोदधि हैं। १६. सात घनवात हैं। १७. सात ॐ तनुवात हैं। १८. सात अवकाशान्तर (तनुवात, घनवात आदि के मध्यवर्ती अन्तराल क्षेत्र) हैं। १९. इन 5 + सात अवकाशान्तरों में सात तनुवात प्रतिष्ठित हैं। २०. इन सात तनुवातों पर सात घनवात प्रतिष्ठित हैं। २१. इन धनवातों पर सात घनोदधि प्रतिष्ठित हैं। २२. इन सातों घनोदधियों पर फूल की टोकरी के ॐ समान चौड़े संस्थान वाली सात पृथिवियां हैं, पहली से लेकर सातवीं तक। २३. इन सातों पृथिवियों के सात नाम हैं-(१) घमा, (२) वंशा, (३) शैला, (४) अंजना, 卐 (५) रिष्टा, (६) मघा, (७) माघवती। २४. इन सात पृथिवियों के (अर्थ के अनुकूल नाम वाले) सात m55555555555555555555555555 55$$$$$$$ $$$$$$听听听听听听听听 सप्तम स्थान (289) Seventh Sthaan 355555555555555555555))) ) ) )) www.jainelibrary.org Jain Education International For Private & Personal Use Only

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