Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 509
________________ गगगगगगा177 तब उस महापद्म राजा को अन्य किसी समय महर्धिक, महाधुति-सम्पन्न, महानुभाग, महायशस्वी, - महाबली, महान् सौख्य वाले पूर्णभद्र और माणिभद्र नाम के दो देव राजा महापद्म को सैनिक शिक्षा देंगे। म तब उस शतद्वार नगर में अनेक राजा, ईश्वर, तलवर, माडम्बिक, कौटुम्बिक, इभ्य श्रेष्ठी, सेनापति, सार्थवाह आदि एक दूसरे को इस प्रकार सम्बोधित करेंगे और इस प्रकार से कहेंगेदेवानुप्रियो ! महर्धिक, महाद्युतिसम्पन्न, महानुभाव, महायशस्वी, महाबली और महान् सौख्य वाले पूर्णभद्र और माणिभद्र नामक दो देव राजा महापद्म को सैनिक शिक्षा दे रहे हैं, अतः हमारे महापद्म राजा का दूसरा नाम 'देवसेन' होना चाहिए। तब से उस महापद्म राजा का दूसरा नाम देवसेन होगा। अन्यथा किसी समय उस देवसेन राजा के निर्मल शंखतल के समान श्वेत, चार दाँत वाला हस्तिरत्न उत्पन्न होगा। तब वह राजा देवसेन श्वेत चार दाँत वाले हस्तिरत्न पर आरूढ़ होकर शतद्वार नगर के बीचोंबीच होते हुए बारबार आवागमन करेगा। तब उस शतद्वार नगर के अनेक राजा, ईश्वर, तलवर, माडम्बिक, कौटुम्बिक, इभ्य, श्रेष्ठी, सेनापति, सार्थवाह आदि परस्पर एक दूसरे को सम्बोधित कर इस प्रकार कहेंगे-देवानुप्रियो ! हमारे राजा देवसेन के पास निर्मल शंखतल के समान श्वेत, चार दाँत वाला हस्तिरत्न है, अतः देवानुप्रियो ! हमारे राजा का तीसरा नाम 'विमलवाहन' होना चाहिए। तब से उस देवसेन राजा का तीसरा नाम 'विमलवाहन' होगा। 62. (b) Realizing that child Mahapadma is more than eight years old, i his parents will ceremoniously crown him as a king. There he will be the i loftiest of kings like the great Himalaya, Malay, Mandar and Mahendra mountains. Then, at some other time, two gods, Purnabhadra and Manibhadra, endowed with great opulence, great radiance, great knowledge, great fame, great power and great bliss will impart him military training. At that time many regional kings (raja), influential and rich persons (ishvar), knights of honour (talavar), landlords (mandavik), heads of large families (kautumbik), affluent people (ibhya), established : merchants (shreshti), commanders (senapati), caravan chiefs (sarthavaha), and others in the city will converse-_“Beloved of gods ! Two gods, Purnabhadra and Manibhadra, endowed with great opulence, great radiance, great knowledge, great fame, great power and great bliss 4 are imparting military training to our king. Therefore, another name of our king Mahapadma should be Devasen. Since that moment the second name of king Mahapadma will be Devasen. At some other time an elephant as 'white as the inner surface of a white conch-shell and four tusks will appear in his courtyard. Then King AFFFFF听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听 m नवम स्थान (447) Ninth Sthaan 9 5 )) ))))) ) )) ))) ) )) )) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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