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महोपाध्याय समयसुन्दर
जिनलब्धिसूरि जिनचन्द्रसूरि जिनोदयसूरि जिनराज् सूरि१ जिनभद्रसूरि (जेसलमेर, जालोर, देवगिरि, नागपुर,अण
हिलपुर पत्तन आदि भण्डारों के संस्थापक) जिनचन्द्रसूरि जिनसमुद्रसूरि जिनहंससूरि जिनमाणिक्यसूरि१२ जिनचन्द्रसूरि१३ ( सम्राट अकबर प्रदत्त युगप्रधान पद
धारक) सकलचन्द्र गरिण ( प्रथम शिष्य )
समयसुन्दर गणि ( महोपाध्याय पद धारक ) कवि को दीक्षा प्रदान करने वाले युगप्रधान जिनचन्द्रसूरि हैं; जो आपके प्रगुरु होते हैं और कवि के व्यक्तित्व का विकास भी इनकी ही उपस्थिति में और इनके ही प्रसाद से हुआ है। अतः यहां युगप्रधान जिमचन्द्रसूरि का संक्षिप्त जीवन-दर्शन कर लेना समुचित होगा।
११, मेरी लि० अरजिनस्तव प्रस्तावना. १२-१३ नाहटा बन्धु लि० युगप्रधान जिनचन्द्रसूरि ।
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