Book Title: Panchsangraha Part 05
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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गाया
( ३५ ) देशविरत गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां प्रमत्तसंयत गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां अप्रमत्तसंयत गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां अपूर्वकरण गुणस्थान में उदोरणा योग्य प्रकृतियां अनिवृत्तिकरण गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां सूक्ष्मसंपराय गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां उपशांतमोह गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां क्षीणमोह गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां सयोगिकेवली गुणस्थान में उदीरणा योग्य प्रकृतियां
२५-२८ भजनीय उदीरणा योग्य प्रकृतियों का कारण सहित
नामोल्लेख गाथा ६
२८-३० बंध के प्रकारों का रूप गाथा १०, ११
३०-३४ बंध प्रकारों के उत्तर भेद गाथा १२
३४-३६ बंध के अन्य चार भेद
भूयस्कार अल्पतर आदि बंध-प्रकारों के लक्षण गाथा १३
३७-४१ मूलकर्म प्रकृतियों के बंधस्थान मूलकर्म प्रकृतियों के बंधस्थानों में भूयस्कार आदि बंध
प्रकार गाथा १४
४१-४६ मूल प्रकृतियों के उदयस्थान मूल प्रकृतियों के उदयस्थानों में भूयस्कार आदि प्रकार
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