Book Title: Jaganmohanlal Pandita Sadhuwad Granth
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Jaganmohanlal Shastri Sadhuwad Samiti Jabalpur
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लेख-सूची ९९
५-१०-६१ १५-८-७४ १२-५-६०
३-२-६६ १७-३-६६ २४-३-६६ ११-१०-६२ ११-१०-६२ ३१-१-६३
वर्णी स्मारक और ईसरी संस्थायें पुरस्कार के अवसर पर वक्तव्य दि० जैन समाज की महती क्षति स्व० बाबू छोटेलाल जी स्व० छोटेलाल जी के ग्रन्थ पर मेरा सुझाव बाबू छोटेलाल जी के विविध संस्मरण गांधी जयन्ती प्रज्ञाचक्षु गोविंदराय जी का स्वर्गवास स्वपरोपकारक मुनिश्री संभलभद्र जी आदर्श विद्वान् की जीवनगाथा-वौया जी आचार्य कुंथसागर जी का परिचय सत-संगति का प्रत्यक्ष अनुपम उदाहरण आ० सन्मति सागर की वीतरागता अनुपम व्यक्तित्व के धनी बाबूभाई स० सिं० कन्हैयालाल जी का परिचय गुरु परम्परा का आदर्श (आ० धर्म सागर) दिवाकर जी के कुछ संस्मरण सन्त सरस्वती पुत्र (कैलाशचन्द्र जी) पं० कैलाशचन्द्र जी की महानता और मेरा साहचर्य इस युग का सर्वश्रेष्ठ विद्वान् उठ गया मेरी स्मृति में सोनी जी
१०. ११. १२. १३. १४. १५. १६. १७. १८. १९. २०. २१. २२. २३.
जैन गजर
दि० अ० ग्र० १९७६
१९८० जैन संदेश, १९८७ वैशाली बुलेटिन
(घ) विविध
१८-८-६० जं. सं. ३-२-७२
१३-२-७५ ३०-४-६४ १०-५-६४ २१-१-६५
संस्कृत शिक्षालयों पर एक दृष्टि प्राचीन इतिहास की विपुल सामग्री; लखनादौन कुंडलगिरि क्षेत्र पर पंचकल्याणक महोत्सव प्राचीन ग्रंथों की सुरक्षा का अपूर्व अवसर संस्कृत शिक्षा-एक समस्या संस्कृत शिक्षा विकास योजना दीपावली के प्रकाश में निर्वाण दीप और दीप निर्वाण भ० महावीर का अनुपम संदेश अतिशय क्षेत्र महावीर जी हमारे तीर्थक्षेत्र भगवान् और महामानव धर्म की परख संकट में
२६-३-६१
१०.
११. १२. १३.
१-१२-६० २०-४-६१ १९-३-५८ २५-८-५८
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