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भास्कर
[भाग १७
संग्रह - पूर्ववत् इस वर्ष भी मुद्रित संस्कृत, प्राकृत, मराठी, गुजराती एवं हिन्दी आदि विभिन्न भारतीय भाषाओं के ६० और अंग्रेजी के ६ इस प्रकार ६६ ग्रन्थ संग्रहीन हुए हैं।
भवन को इस वर्ष ग्रन्थ प्रदान करनेवालों में दि० जैन ली समाज पारा एवं व्यवस्थापक आर्चलोजिकल मैपुर श्रादि के नाम उल्लेख योग्य हैं।
समालोचनार्थ प्राप्त ग्रन्थ-(१) मेरी जीवन गाथा (२) वर्ण-वाणी (३) प्राप्तपरीक्षा हिन्दी अनुवाद (४) राजगृह (५) रत्नाकर शतक (६) केवलज्ञाप्रभचूड़ामणि (७) आवक धर्म संग्रह ) जैन महिला शिक्षा (8) छहढ़ाला (१०) सरल जैनधर्म (११) नेमि दूत (३२) जयधवला (कसायपाहुडी भाग २ (१३) जैनधर्म (१४) नाममाला सभाष्य (१५) सभाष्य रत्न मंजूपा (१६) पद खण्डागम पुस्तक ह (१५) प्यारा राजा बेटा (१८) चिन्मय चिन्तामणि-मराठो (१६) भरतेश वैभव गुजराती ।
सभा-भवन में शाहाबाद जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन तथा शाहाबाद जिला पुस्तकालय संघ को कार्यसमितियों और स्थायी समितियों की बैठकें होती रहीं। महावीर जयन्ती समारोह एवं अन्य धार्मिक समाएँ इसी भवन के विशाल और सुरम्य प्रांगण में होती रहीं। कृष्ण जन्म दिवस, स्वामी विवेकान्द जन्म दिवस, तुलसी जन्म दिवस आदि सांस्कृतिक उत्सव शाहाबाद विद्यार्थी संघ और शाहाबाद जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रभृति संस्थाओं की ओर से भवन में ही सम्पन्न किये गये ! इस प्रकार भवन अपनी सेवाएँ साहित्यिक जगत् को प्रदान करता रहा।
मंत्री चक्रेश्वर कुमार जैन
बी० एम-सी.