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भास्कर
२१ "श्रीमहावीर" कथा के अनुसार कुछ अन्य राजाओंके नाम इस प्रकार है
स्थान
१ वाणिज्य ग्राम
२ साभांजनी
३ मथुरा
४ पाटलिखगड ५ शौरिकपुर
राजा
मित्र
महाचंद्र
भीदाम
सिद्धाथ
शौरिकद
६ वृषभपुर
धनावर
७ आमल कप्पा (रायपदोणी सूत्र ) सेय
[भाग १
इनमें से संभवतः स्थानाङ्ग सूत्रोक्त भ० महावीर के दीक्षित से यही होंगे।
इस लेख में वर्णित सभी नृपतियों के नाम ऐतिहासिक दृष्टि से सही हैं यह नहीं कहा जा सकता, क्योंकि - मादि ग्रन्थ एक हजार वर्ष तक मौखिक रहे हैं अतः विस्मृति से नामों में रद्दोबदल भी हो सकता है। कई नाम पोले महावीर चरित्र ग्रन्थों के आधार से भी लिखे गये हैं जिनका प्राचीन आधार अज्ञात है अतः बौद्ध साहित्य के आधार से जांच कर के उपयोग करना आवश्यक 1
इनके अतिरिक्त पावापुरी के राजा हस्तिपाल एवं मलाबी लिच्छवि १७ गया राजाओ का उल्लेख कल्पसूत्र में मिलता है । १७ गण राजाओं के नाम अन्वेषणीय है।
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मुनि ज्ञानसुन्दर जी ने प्राचीन इतिहास संग्रह भर में अन्य कई राजाओं का उल्लेख किया है पर उनका निर्णय करना आवश्यक है 1