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विषयानुक्रमणिका
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विषयानुक्रमणिका 1. आस्रव स्वरूप और कारण
- डॉ. श्रेयांस कु. जैन 5-15 2. जैन वाड्.मय को उनका अवदान - डॉ. आनन्दकुमार जैन 16-21 3. प्राचीन ग्रन्थों के आलोक में
- डॉ. अरुणिमा जैन 22-26 वर्तमान कर-व्यवस्था 4. सर्वार्थसिद्धि में वर्णित नय विमर्श - डॉ. नरेन्द्र कुमार जैन
27-38 5. श्रावक और गुणव्रत
- डॉ. सारिका त्यागी 39-47 6. जैनधर्म में वर्णित अहिंसाः गृहस्थ के - अमित कुमार जैन 48-52 __ परिप्रेक्ष्य में 7. वैदिक आचार और जैन आचार - डॉ. जय कुमार जैन 53-64 8. स्वरूप संबोधन में आत्मा का विधि-निषेध - डॉ. कमलेश कुमार जैन 65-69
और मूर्तत्व-अमूर्तत्व 9. दु:ख का विवेचनः जैनाचार्यों की दृष्टि में - कुलदीप कुमार 70-73 10. जैन चम्पू साहित्य और उसका वैशिष्ट्य - प्रो. भागचन्द जैन 'भागेन्दु' 74-84 11. धर्म स्वरूप
- डॉ. उदयचन्द्र जैन 85-93 12. पुस्तक समीक्षा
-डॉ. अनेकान्त कुमार जैन 94-96